Home CITY NEWS जनपद पंचायत छिंदवाड़ा अधिकारियों का ऑडिट अधिकारी पर आशीर्वाद

जनपद पंचायत छिंदवाड़ा अधिकारियों का ऑडिट अधिकारी पर आशीर्वाद

चोरी चोरी चुपके चुपके हो रहा है अब ऑडिट में पैसा का खेल

यह ऑडिट हो रहा है सचिव साहब कोई सब्जी भाजी की दुकान नहीं है

छोटी पंचायत के लिए 3 हजार और बड़ी पंचायत के लिए 5 हजार है ऑडिट राशि

दबंग इंडिया छिंदवाड़ा -पंचायत और ग्रामीण विभाग में भ्रष्टाचार रग रग में बस हुआ है। ये ऐसा विभाग है जहां “लहरों को गिनकर पैसे कमाने” वाली कहावत भी चरितार्थ होती है।

यूं तो सभी सरकारी विभागों में वार्षिक ऑडिट की आवश्यक प्रक्रिया है लेकिन जिला मुख्यालय की पंचायतों में तिमाही ऑडिट की प्रक्रिया चल पड़ी है। विभागीय सूटों के अनुसार ये तिमाही ऑडिट भी कोई सामान्य ऑडिट नहीं होता है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस ऑडिट के लिए छोटी ग्राम पंचायत से 3 और बड़ी ग्राम पंचायत से 5 हजार वसूले जाते हैं, वे बताते हैं कि पहले पंचायतों से ये राशि साल में एक बार वसूली जाती थी लेकिन ऑडिटरों की अच्छी आमदनी के चलते ये ऑडिट तिमाही कर दिया गया है। गौरतलब है।
छिंदवाड़ा जनपद के अंतर्गत 59 ग्राम पंचायतें आती हैं और 59 ग्राम पंचायतों से मिलने वाली ऑडिट राशि लाखों में होती है।

विभागीय सूत्र बताते हैं कि अगर कोई ग्राम पंचायत द्वारा ऑडिट टीम को ऑडिट राशि ना दे तो उसका ऑडिट इतना गंभीर हो जाता है कि आपत्तियों के अंबार लगा दिए जाते हैं यहां तक कि दूसरी पंचायत की गड़बड़ी भी उसके सिर मढ दी जाती है।
ऐसी स्थिति में ऑडिट टीम को ऑडिट राशि देना पंचायत सचिव की मजबूरी होती है। इसी भ्रष्ट सिस्टम के चलते पंचायतों में विकास नहीं हो पा रहा है जिसका खामियाजा गांव में रहने वालों को भुगतना पड़ता है।